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भारतीय कृषि व प्रकार (Indian Agriculture and Types)

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भूमि के स्रोतों का इष्टतम प्रयोग करने हेतु मनुष्य के द्वारा प्रारंभिक उद्देश्य भोजन,कपड़ा,मकान व ईंधन आदि आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए जो क्रियाएंँ की जाती हैं उसे कृषि कहते हैं।जैसे-फसल उत्पादन,फल उत्पादन एवं पशुपालन उत्पादन आदि यह कृषि के अंतर्गत आते हैं।

In order to make optimum use of the resources of the land, the activities which are done by the human beings for the fulfillment of the needs like food, clothes, houses and fuel, etc., are called agriculture.Production, fruit production and animal husbandry production etc.It comes under agriculture.

भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है। देश की कुल श्रमिक शक्ति का 70% भाग कृषि कार्यों में उपयोग किया जाता है।और उसका शुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद में लगभग 36% का योगदान है।देश के लगभग स्थल क्षेत्रफल का 46.9% हिस्सा कृषि के काम में उपयोग किया जाता है।इसके अलावा लगभग 7.9% परती भूमि रहती है।जिस पर 2 या 3 वर्षों में एक बार खेती का काम किया जाता है।लगभग 1.3% भाग पर विविध प्रकार के वृक्ष,बाग आदि लगाए जाते हैं।इस तरह देश की सारी स्थल क्षेत्रफल का लगभग 55% भाग कृषि के योग्य है।

India is called an agricultural country. 70% of the total labor force of the country is used in agricultural activities.And its net national product is About 36% is contributed. About 46.9% of the land area of ​​the country is used for agriculture. Apart from this, about 7.9% remains fallow land. On which cultivation is done once in 2 or 3 years Various types of trees, orchards etc. are planted on about 1.3% area. In this way, about 55% of the entire land area of ​​the country is suitable for agriculture.

कृषि के प्रकार (Types of Agriculture)-

कृषि के निम्नलिखित प्रकार हैं-
1.स्थानांतरित कृषि- एक स्थान से दूसरे स्थान में बदलकर उपजाऊ क्षेत्रों में की जाने वाली कृषि स्थानांतरित कृषि कहलाती है।
2.स्थानबध्द कृषि- जब एक ही स्थान पर कई वर्षों से खेती की जाती है तो वह स्थानबध्द कृषि कहलाती है।
3.गहन कृषि- छोटी व कम भूमि पर अधिक श्रम तथा पूंँजी से की जाने वाली कृषि गहन कृषि के अंतर्गत आती है।
4.जीविकोपार्जन कृषि- परिवार की जीविका चलाने वाली फसलों की कृषि अर्थात जिस कृषि से परिवार का गुजारा चलता हो उसे जीविकोपार्जन कृषि कहा जाता है।
5.मिश्रित कृषि- कृषि एवं पशुपालन के लिए साथ-साथ की जाने वाली कृषि मिश्रित कृषि है।
6.डेयरी कृषि- कृषि फार्म में पशुओं के लिए चारा तैयार करने एवं अधिक दूध प्राप्त करने के लिए की जाने वाली कृषि को डेयरी कृषि कहा जाता है।
7.वाणिज्यिक कृषि- उत्पादों को बाजार में बेचे जाने के लिए पैदा की जाने वाली फसलों की कृषि वाणिज्य कृषि है।
8.ट्रंक कृषि- साग सब्जी हेतु की जाने वाली कृषि को ट्रंक कृषि कहते हैं।
9.उद्यान कृषि- फसल एवं फूलों की कृषि को उद्यान कृषि कहा जाता है।
10.सहकारी कृषि- जिस कृषि में एक से अधिक कृषकों द्वारा सामूहिक रूप से खेती की जाती है उस कृषि को सहकारी कृषि कहते हैं।

The following are the types of agriculture-
1.Shifted Agriculture- The agriculture done in fertile areas by changing from one place to another is called shifting agriculture.
2.Selected Agriculture- When farming is done at the same place for many years then it is called local agriculture.
3.intensive agriculture- Agriculture which is done with more labor and capital on small and less land comes under intensive agriculture.
4.subsistence agriculture- The agriculture of crops which sustain the family's livelihood, that is, the agriculture by which the family survives is called subsistence agriculture.
5.Mixed agriculture- Agriculture and animal husbandry combined with agriculture is mixed agriculture.
6.Dairy Agriculture- Agriculture that is done to prepare fodder for animals and to get more milk in the farm is called dairy farming.
7.Commercial Agriculture- Commercial agriculture is agriculture of crops grown to sell products in the market.
8.trunk agriculture- The agriculture done for green vegetables is called trunk agriculture.
9.Horticulture- The cultivation of crops and flowers is called horticulture.
10.Cooperative Agriculture- Agriculture in which more than one farmer is collectively cultivated, that agriculture is called cooperative agriculture.

फसलों का वर्गीकरण- (Classification of Crops)

(अ). ऋतुओं के आधार पर:- (i).रबी की फसल- ये फसलें अक्टूबर-नवंबर में लगाई जाती हैं और मार्च-अप्रैल में इनकी कटाई कर ली जाती है। जैसे- चना, मटर,सरसों,आलू,राई इत्यादि रबी की फसलों के अंतर्गत आते हैं।
(ii).खरीफ की फसल- ये फसलें जून-जुलाई (मानसून वर्षा के समय में) लगाई जाती हैं एवं नवंबर-दिसंबर में इनकी कटाई की जाती है।जैसे- धान,गन्ना,तिलहन,ज्वार, बाजरा,मक्का,अरहर इत्यादि खरीफ की फसलें हैं।
(iii).जायद या गरमा की फसल- ये फसलें मई-जून माह में बोई जाती हैं और जुलाई-अगस्त माह में काट ली जाती हैं। जैसे- राई,मक्का,ज्वार,जूट इत्यादि फसलें जायद या गरमा फसलों के अंतर्गत आते हैं।

(a).On the basis of seasons:- (i).Rabi Crop- These crops are planted in October-November and are harvested in March-April. For example, gram, peas, mustard, potato, rye etc. come under Rabi crops.
(ii).Kharif Crop- These crops are planted in June-July (in the time of monsoon rains) and they are harvested in November-December. Like- Paddy, Sugarcane, Oilseeds, Jowar , Bajra, Maize, Arhar etc. are Kharif crops.
(iii).Zaid or Garma crop-These crops are sown in the month of May-June and are harvested in the month of July-August. For example, crops like rye, maize, jowar, jute etc. come under Zaid or Garama crops.

(ब).जीवन चक्र के आधार पर:- (i).एक वर्षीय- ऐसी फसलें जो अपना जीवन चक्र एक वर्ष में पूर्ण कर लेते हैं वे एक वर्षीय फसलें कहलाते हैं।जैसे- गेहूंँ,धान,मक्का,ज्वार,बाजरा इत्यादि।
(i).द्विवर्षीय- जो अपना जीवन चक्र दो साल में पूर्ण कर लेते हैं वे द्विवर्षीय हैं।जैसे- चुकंदर आदि।
(iii).बहुवर्षीय- ऐसी फसलें जो अपना जीवन चक्र दो साल से अधिक में पूरा करती हैं।जैसे-नेपियर,घास,रिजका इत्यादि।

(b).On the basis of life cycle:- (i).One year- Such crops which complete their life cycle in one year are called one year crops. For example- Wheat, Paddy, Maize, Jowar, Bajra etc.
(i).Biennial- Those who complete their life cycle in two years are biennial. For example- Beet etc.
(iii).Multi-year-such Crops which complete their life cycle in more than two years. Such as Napier, Grass, Rijka etc.

(स).आर्थिक दृष्टिकोण के आधार पर:- (i).अनाज की फसलें- धान, गेहूंँ,मक्का,जौ,ज्वार,बाजरा,कोदो आदि फसलें।
(ii).दलहनी फसलें- चना,मटर,अरहर,मूंग,उड़द, मसूर, सोयाबीन आदि फसलें हैं।
(iii).तिलहनी फसलें- सरसों, तोरिया,राई,सूरजमुखी, मूंगफली,अरंडी, कसुम,अलसी तिल आदि फसलें हैं।
(iv).रेशेदार फसलें- कपास,जूट, पटसनआदि हैं।
(v).शर्करा फसलें- गन्ना,चुकंदर आदि।
(vi).चारे की फसलें- बरसीम,नेपियर घास,लोबिया,बाजरा,ज्वार,मक्का,मटर,जई,सौंठ,गिनी घास आदि हैं।
(vii).औषधि फसलें- अदरक,पोदीना,हल्दी,तुलसी आदि हैं।
(viii).जड़ तथा कंद फसलें- आलू,शकरकंद,गाजर,मूली आदि हैं।
(ix).उद्दीपक फसलें- चाय,तंबाकू,पोसता आदि हैं।
(x).मसाले वाली फसलें- जीरा,धनिया, सौंफ,अदरक, प्याज, मिर्च,लहसुन,तेजपात आदि हैं।
(xi).सब्जी वाली फसलें- भिंडी,बैगन,टमाटर,सेम,करेला, गोभी,पालक,शलजम आदि हैं।
(xii).फल वाली फसलें- खरबूजा,तरबूज,ककड़ी,खीरा, सिंघाड़ा आदि हैं।

(c).Based on economic point of view:- (i).Cereal crops- Paddy, Wheat, Maize, Barley, Jowar, Bajra, Kodo etc. Crops.
(ii).Pulses crops- Gram, Peas, tur, moong, urad, lentils, soybean etc. are crops.
(iii). Oilseed Crops- Mustard, Raspberries, Rye, Sunflower, Groundnut, Castor, Kasum, Linseed Sesame etc. are crops.
(iv).Fiber crops-Cotton,Jute,Jute etc.
(v).Sugar crops- Sugarcane, sugar beet etc.
(vi). Fodder crops- Berseem, Napier grass, cowpea, millet, jowar, maize, peas, oats, dry ginger, Guinea grass etc.
(vii).Medicinal crops-Ginger,mint,turmeric,tulsi etc.
(viii).Root and tuber crops-Potato,sweet potato,carrot,radish etc.
(ix).Stimulant crops-Tea,tobacco,poppy etc.
(x). Spices crops- Cumin, coriander, fennel, ginger, onion, chilli, garlic, bay leaf etc.
(xi).Vegetable crops-Bhindi,Brinjal,Tomato,Beans,Bitter gourd,Cabbage,Spinach,Turnip etc.
(xii).Fruit crops-Melon,watermelon,cucumber,cucumber,water chestnut etc.

(द).वनस्पति परिवार के आधार पर:- (i).घास परिवार- धान,गेहूंँ,जौ,ज्वार,बाजरा,मक्का,गन्ना आदि हैं।
(ii).दलहन परिवार- मटर,चना,मूंग,मसूर,उड़द,अरहर, सोयाबीन,सनई,ढ़ैंचा,लोबिया आदि हैं।
(iii).सरसों परिवार- सरसों,राई,तोरी आदि।
(iv).कपास परिवार- पटसन,कपास आदि है।
(v).आलू परिवार- आलू,टमाटर।
(vi).जूट परिवार- जूट।
(vii).तीसी परिवार- तीसी।
(viii).सूरजमुखी परिवार- सूरजमुखी।
(ix).अरंडी परिवार- अरंडी।
(x).चुकंदर परिवार- बथुआ,चुकंदर।
(xi).कद्दू परिवार- कद्दू,खीरा,ककड़ी,खरबूजा आदि।
भारत की प्रमुख खाद्यान फसलें-धान,गेहूंँ,मक्का,दलहन। भारत की प्रमुख नकदी फसलें- गन्ना,आलू,तंबाकू,तिलहन, प्याज,मिर्च और कपास हैं।

(d).On the basis of plant family:- (i).Grass family- Paddy, Wheat, Barley, Jowar, Bajra, Maize, Sugarcane etc.
(ii).Pulses family- Peas, Gram, Moong, Lentil, Urad, Arhar, Soyabean, Sunai, Dhincha, Cowpea etc.
(iii).mustard family- Mustard, Rye, Zucchini etc.
(iv).Cotton Family-Jute,Cotton etc.
(v).Potato family-Potato,Tomato.
(vi).Jute Family-Jute.
(vii).Tisi Family-Tisi.
(viii).Sunflower Family- Sunflower.
(ix).Castor Family- Castor.
(x). Beet family- Bathua, Beetroot.
(xi).Pumpkin Family- Pumpkin, Cucumber, Cucumber, Melon etc.
Major Food Crops of India-Paddy, Wheat, Maize, Pulses.Major cash crops of India- Sugarcane, Potato, Tobacco, Oilseeds, Onion, Chilli and Cotton.

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
edudurga.com

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