(अ).शिक्षा का अर्थ- शिक्षा शब्द की व्युउत्पत्ति 'शिक्ष' धातु से हुई है।संस्कृत भाषा में 'शिक्ष' धातु का अर्थ सीखने,ज्ञान प्राप्त करने,विद्या प्राप्त करने के अर्थ में लिया जाता है।इस प्रकार शिक्षा का शाब्दिक अर्थ है- ज्ञान,विद्या व जानकारी प्राप्त करने से है।शिक्षा के लिए अंग्रेजी भाषा में एजुकेशन (Education) शब्द का प्रयोग किया जाता है।इस शब्द की व्युत्पत्ति लैटिन भाषा के एजुकेटम (Educatum) शब्द से हुई है जिसका मतलब शिक्षण कार्य से है।कुछ महान विद्वानों ने इसकी उत्पत्ति लैटिन भाषा के एजुकेयर (Educare) से बताते हैं जिसका तात्पर्य है-ऊपर उठाना (To raise)।कुछ महान विद्वानों ने इसकी व्युत्पत्ति एजूसीयर (Educere) से माना है जिसका अर्थ है-पथ प्रदर्शन करना (To lead out)।
(a).Meaning of education-The word education is derived from the root 'Shiksha'.In Sanskrit language, the word 'shiksha' means learning, knowledge.It is taken in the sense of acquiring, acquiring knowledge.Thus the literal meaning of education is to acquire knowledge, knowledge and information.The word for education in the English language is.This word is derived from the Latin word Educatum which means teaching work.Some great scholars trace its origin to the Latin language Educare which means - to raise (To raise).Some great scholars have considered its derivation from Educere which means to lead out.
(ब).तकनीकी का अर्थ- वैज्ञानिक आविष्कारों,नियमों,सिद्धांतों तथा प्रक्रियाओं का जीवन के विभिन्न पहलुओं में प्रयोग किया जाना ही तकनीकी के अंतर्गत आता है।इस प्रकार वस्त्र निर्माण में वैज्ञानिक सिद्धांतों तथा खोजों का प्रयोग वस्त्र तकनीकी,रंग तकनीकी,ध्वनि तकनीकी,व्यवहार तकनीकी,जैसी अनेक प्रकार की तकनीकियाँ पाते हैं।इसी क्रम में शैक्षिक तकनीकी का विकास भी पाते हैं।अन्य शब्दों में, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में वैज्ञानिक सिद्धांतों का प्रयोग ही तकनीकी कहलाती है।अतः तकनीकी का अर्थ-"विज्ञान का कला में प्रयोग"।अतः वैज्ञानिक क्रमबद्ध एवं सुसंगठित ज्ञान को दैनिक कार्यों में प्रयोग किया जाता है तो उसे तकनीकी की संज्ञा दी जाती है।
तकनीकी शब्द को सामान्यतया यंत्रों से जोड़ा जाता है परंतु तकनीकी में यह आवश्यक नहीं है कि सदैव मशीनों या यंत्रों का प्रयोग किया ही जाये।इस प्रकार जब वैज्ञानिक ज्ञान को दैनिक व्यवहारिक कार्यों में किया जाता है तो उसे "तकनीकी" कहते हैं।
(b).Meaning of Technology- Scientific inventions,rules, principles and procedures are used in various aspects of life.In this way, the use of scientific principles and discoveries in textile manufacturing, many types of techniques like textile technology, color technology, sound technology, behavioral technology, are found.In this sequence, we also find the development of educational technology.In other words,The use of scientific principles in different areas of life is called technology.Hence the meaning of technology - "the use of science in art". Goes.
Technical term is usually associated with machines, but in technology it is not necessary that machines or instruments should always be used.Thus when scientific knowledge is used in daily practical work so it is called "technical".
शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया को सहज,सरल,सक्षम तथा प्रभावशील बनाने हेतु वैज्ञानिक,तकनीकी,मनोवैज्ञानिक सिद्धांतो तथा विधियों का जब उचित ढंग से प्रयोग किया जाता है यही शैक्षिक तकनीकी के अंतर्गत आता है।जैसे-जैसे नए खोजों तथा अन्वेषण हमारे समक्ष आते हैं,शैक्षिक तकनीकी के अर्थ,परिभाषा व स्वरूप में भी बदलाव आ जाता है।आज विज्ञान के युग में वैज्ञानिक तथा प्रौद्योगिकी अविष्कारों ने मानव-जीवन के प्रत्येक पक्ष को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है।इनसे शिक्षा,शिक्षण तथा अधिगम भी अत्यधिक प्रभावित हुए हैं।शिक्षा के क्षेत्र में भी नवीनतम अनुसंधानों,खोजो एवं अन्वेषण के फलस्वरुप ऐसी-ऐसी तकनीकों अर्थात कौशलों का विकास किया गया है जिनसे शिक्षा के समस्त उद्देश्यों को प्राप्त करने में पूर्ण सहायता प्राप्त हो रही है।इन दक्षताओं और कौशलों को,जो कि विशेषतया विज्ञान पर आधारित है,शैक्षिक तकनीकी का नाम दे दिया गया है।
Teaching-Learning When the scientific, technical, psychological principles and methods are used properly to make the process easy, simple, efficient and effective.Comes under educational technology.As new discoveries and discoveries come before us, the meaning, definition and nature of educational technology also changes. It has completely affected every aspect of human life.Education, teaching and learning have also been greatly affected by them.Which is getting full help in achieving all the objectives of education.These competencies and skills, which are specially based on science, have been given the name of educational technology.
1.शैक्षिक तकनीकी शिक्षा विज्ञान तथा शिक्षण-कला दोनों को प्रभावित करती है।
2.शैक्षिक तकनीकी शिक्षा विज्ञान तथा तकनीकी के प्रभाव को पूरी तरह प्रदर्शित करती है।
3.शैक्षिक तकनीकी में व्यावहारिक पक्ष को अधिक महत्व दिया जाता है शैक्षिक तकनीकी से छात्र,शिक्षक प्रशासक तथा संपूर्ण विद्यालय वातावरण प्रभावित होता है।
4.शैक्षिक तकनीकी शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को सरल तथा सशक्त बनाती है शैक्षिक तकनीकी शिक्षा के प्रसार में सहायक सिद्ध होती है।यह तकनीकी निरंतर विकासशील विषय है।
5.शैक्षिक तकनीकी मुख्य रूप से शिक्षा के उद्देश्यों को प्राप्त करने पर बल देती है।यह शैक्षिक उद्देश्यों की पूर्ति करने के लिए अधिगम-परिस्थितियों में आवश्यक बदलाव लाने में समर्थ है।यह ज्ञानात्मक,भावात्मक, मनोगत्यात्मक उद्देश्य से संबंधित है।
6.जैसे-जैसे विज्ञान का विकास होते जाता है वैसे-वैसे ही शैक्षिक तकनीकी का विकास भी होते जाता है।विज्ञान के विभिन्न नियमों और अविष्कारों को ही शैक्षिक तकनीकी का आधार जाता है।
1.Educational technical education affects both science and pedagogy.
2.Educational technical education fully reflects the impact of science and technology.
3.In educational technology, more importance is given to the practical side. Educational technology affects the student, teacher administrator and the entire school environment.
4.Educational technology makes the teaching-learning process simpler and stronger.Educational technology proves helpful in the spread of education.This technology is a continuously developing subject.
5.Educational technology mainly lays emphasis on achieving the objectives of education.It is capable of bringing necessary changes in the learning-conditions to fulfill the educational objectives.It is related to cognitive, affective, psychomotor objective.
6.As science progresses, so does the development of educational technology. Various rules and inventions of science are the basis of educational technology.
जिस प्रकार से हमारे जीवन में विज्ञान और तकनीकी ज्ञान तथा विधियों के प्रयोग से कम समय में, कम-से-कम शक्ति का उपयोग करके अधिक से अधिक लाभ उठाने की आवश्यकता है,उसी प्रकार शैक्षिक तकनीकी की शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यकता अनुभव होती है।शैक्षिक तकनीकी की शिक्षा में आवश्यकता निम्न कारणों से होती है-
1.प्रभावशाली शिक्षा हेतु नवीनतम विधियों के विकास पर पूरी तरह सकारात्मक बल देती है।
2.शैक्षिक तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया को वैज्ञानिक, वस्तुनिष्ठ,स्पष्ट ,सरल,सहज,रुचिकर व प्रभावशाली बनाती है।
3.शैक्षिक तकनीकी शिक्षण समस्याओं के समाधान हेतु उचित मार्गदर्शन करती है।
4.यह शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को प्रभावशाली बनाने हेतु उचित मार्गदर्शन प्रदान करती है, जैसे-शिक्षण लक्ष्यों को निर्धारित करना, विद्यार्थियों के प्रारंभिक व्यवहार की जांँच करना, उचित पाठ्यवस्तु का चयन करना व आयोजन करना,उचित शिक्षण विधियों व व्यूह रचनाओं तथा सहायक सामग्री का चुनाव करना आदि सभी क्रियाओं की उचित व्यवस्था हेतु परामर्श प्रदान करती है।
5.यह शिक्षण व शिक्षार्थी के बीच होने वाली वाले विचारों के आदान-प्रदान में 'संप्रेषण की एक प्रभावशाली कला' के रूप में महत्वपूर्ण स्थान रखती है।
6.इसके अंतर्गत विज्ञान,मनोविज्ञान एवं तकनीकी सभी प्रकार की कलाओं,विधियों सामग्री,कौशलों,सिद्धांतों व यंत्रों का प्रयोग शामिल है।
7.शैक्षिक तकनीकी उद्देश्यों को प्राप्त करने हेतु अधिगम परिस्थितियों की व्यवस्था करती है तथा उन पर नियंत्रण रखती है।
8.जिस प्रकार विज्ञान एवं तकनीकी हमारे दैनिक जीवन के क्रियाकलापों में कम शक्ति और कम परिश्रम से अधिक कार्य में सहायक होती है ठीक उसी प्रकार शैक्षिक तकनीकी शिक्षण प्रक्रिया में शक्ति व समय के अपव्यय को नियंत्रित करती है।
9.व्यवहार परिवर्तन के मापन के लिए तथा शिक्षण प्रक्रिया के परिणामों की जांँच के लिए उचित मूल्यांकन प्रविधियों के विकास पर भी बल देती है।
10.मूल्यांकन क्रिया के बाद विद्यार्थियों के अंतिम व्यवहार के स्तर की जांँच करके अपेक्षित पुनर्बलन और अपेक्षित पृष्ठपोषण पर भी बल देती है।
The way in which the use of science and technical knowledge and methods in our lives makes maximum profit in less time, by using least power There is a need to raise, in the same way, the need for educational technology is felt in the field of education.The need for education in educational technology is due to the following reasons-
1.Emphasizes completely positive on development of latest methods for effective education.
2.Educational technology makes the teaching process scientific, objective, clear, simple, intuitive, interesting and effective.
3.Educational technology gives proper guidance to solve the teaching problems.
4.It provides proper guidance to make teaching-learning process effective, such as setting learning goals, checking the primary behavior of students, selecting and organizing appropriate curriculum, proper teaching Provides advice for proper arrangement of all the activities like selection of methods and strategies and supporting material.
5.It occupies an important place in the exchange of ideas between teaching and learner as 'an effective art of communication'.
6.It includes the use of all kinds of arts, methods, materials, skills, principles and instruments in science, psychology and technology.
7.Arranges and controls learning situations to achieve educational technical objectives.
8.Just as science and technology helps in the activities of our daily life with less energy and less effort, in the same way,educational technology controls the wastage ofpower and time in the teaching process.
9.Emphasizes on the development of appropriate evaluation methods to measure behavior change and to check the outcomes of the learning process.
10.Assessment also emphasizes on expected reinforcement and expected reinforcement by checking the level of final behavior of the students after the activity.
वर्तमान युग में शिक्षा पुरानी परंपराओं से मुक्त होकर नए क्षेत्र में प्रवेश कर रही है,शैक्षिक तकनीकी के प्रयोग से इसमें वैज्ञानिक,मनोवैज्ञानिक विधियों का निरंतर समावेश हो रहा है शैक्षिक तकनीकी के कुछ अति महत्वपूर्ण उद्देश्य हैं जो निम्नांकित हैं-
1.बालकों के सर्वांगीण विकास का उद्देश्य- पहले शिक्षा बालकों के केवल मानसिक विकास पर ही बल दिया जाता था जिसके कारण बालकों का मात्र ज्ञानार्जन ही हो पाता था किंतु आधुनिक शैक्षिक तकनीकी से बालक का सर्वांगीण विकास हेतु प्रयास करके उसे शारीरिक,मानसिक, सामाजिक एवं आध्यात्मिक विकास की तरफ ले जाने का पूर्ण प्रयत्न किया जाता है।
2.शिक्षण विधियों में सुधार का उद्देश्य- प्राचीन काल में सभी विषयों को कंठस्थ कराने पर बल दिया जाता था।इस पद्धति से शिक्षा नीरस और निर्जीव होती जा रही थी, परंतु वर्तमान समय में शैक्षिक तकनीकी अपनाकर रटन पद्धति के बजाए करके देखो,खेल विधि, करके सीखो,टेलीविजन, वीडियो एवं अन्य दृश्य श्रव्य सामग्री का भरपूर प्रयोग करके बालकों में रुचि उत्पन्न की जाती है ताकि विद्यार्थी अपनी जरूरतों और योग्यताओं के अनुसार अनुभव प्राप्त करके स्वयं को पूरी तरह से विकसित कर सकें।शिक्षण की पद्धतियों,प्रविधियों, नीतियों आदि को प्रभावशाली बनाकर बालकों को उद्देश्य प्राप्ति हेतु अभिप्रेरित किया जाता है।
3.शिक्षा के साधन का क्षेत्र व्यापक बनाने का उद्देश्य- पहले शिक्षा का भार मात्र पाठशाला पर ही सीमित रहता था किंतु आज के शैक्षिक तकनीकी का लक्ष्य शाला के साथ-साथ परिवार समुदाय, आसपास का वातावरण, धर्म, राजनीति एवं सभी क्षेत्रों आदि से ज्ञान प्राप्त करने का भरपूर प्रयत्न करना है।
4.शिक्षक के व्यवहार में सुधार का उद्देश्य- प्राचीन समय में शिक्षा शिक्षक प्रधान (Teacher Centered) थी, शिक्षक स्वयं को ही सब कुछ मानता था, परंतु आधुनिक शैक्षिक तकनीकी युग में शिक्षक को एक सहायक व एक विद्यार्थी मित्र के रुप में मार्गदर्शित करने का लक्ष्य होता है।
5.बालकों की मानसिकता में सुधार का उद्देश्य- प्राचीन समय में शिक्षकों का यही मानना था कि छात्र आंँख बंद करके केवल शिक्षक का अनुसरण करता रहे और जो भी वह बताए उसे अच्छी तरह से रट ले।वर्तमान शैक्षिक तकनीकी का लक्ष्य यह है कि शिक्षा को बाल केंद्रित (Child Centered) बनाया जाये ताकि बालक सक्रिय रुप से पाठ के विकास में रुचि प्राप्त करे और अपना सर्वांगीण विकास करे।
6.शाला सुधार का उद्देश्य- प्राचीन काल में शाला को ज्ञान की दुकान के जैसे समझा जाता था।जहांँ छात्र सजा के भय से अध्याय याद करते थे और उसे बिना समझे ही रट लिया करते थे, चाहे यह रटा हुआ ज्ञान उसके भविष्य में काम आए या न आए।किंतु वर्तमान युग में शैक्षिक तकनीकी का लक्ष्य यह है कि शाला को समाज का छोटा रूप की तरह विकसित करें जहांँ बालक समाज की आवश्यकताओं के अनुरूप अपना संपूर्ण विकास करके समाज में बेहतर समायोजन कर सके।
In the present era, education is entering a new field by getting rid of old traditions, due to the use of educational technology, scientific, psychological methods are continuously being included in it.There are some very important objectives of educational technology which are as follows-
1.Aim of all-round development of children-Earlier education was emphasized only on the mental development of the children, due to which only the children could acquire knowledge, but with modern educational technology, the child's all-round By striving for development, every effort is made to take it towards physical, mental, social and spiritual development.
2.The aim of improving teaching methods- Emphasis was given on memorizing all the subjects.Education was becoming monotonous and lifeless by this method, but in the present time, by adopting educational technology, instead of rote method, do it, play method, learn by doing, By making full use of television, video and other audio-visual material, interest is generated in the children so that the students can develop themselves fully by getting experiences according to their needs and abilities.By making effective methods of teaching, methods, policies etc. Children are motivated to achieve objectives.
3.Aim to broaden the scope of means of education-Earlier the burden of education was limited only to the school, but today's educational technology aims at the school as well as the family community, the surrounding environment, religion Trying hard to get knowledge from politics and all fields etc.
4.The aim of improving the teacher's behavior- In ancient times, education was teacher centered, the teacher considered himself to be everything, but in the modern educational technology era, the teacher has to be a helper and a teacher. The goal is to guide as a student friend.
5.The purpose of improving the mentality of the children- In ancient times, it was the belief of the teachers that the student should blindly follow the teacher only and memorize whatever he tells. The goal of the technology is to make education Child Centered so that the child actively takes interest in the development of the lesson and develops his/her all-round development.
6.Objectives of School Improvement In ancient times, the school was considered as a store of knowledge. Where students used to memorize the chapter fearing punishment and memorize it without understanding it, even if it Memorized knowledge may or may not be useful in his future.But in the present age, the goal of educational technology is to develop the school as a small form of society where the child develops his entire development according to the needs of the society.By doing better adjustment in the society.
शिक्षा के क्षेत्र में शैक्षिक तकनीकी जहांँ बहुत लोकप्रिय हो रही है,वहांँ इसकी कुछ निश्चित सीमाएंँ भी हैं जो इस प्रकार हैं-
1.इसमें ज्ञानात्मक पक्ष के विकास में अभूतपूर्व योगदान प्रदान किया है,परंतु भावात्मक एवं संवेगात्मक क्षेत्र में इसका महत्वपूर्ण योगदान अत्यंत सीमित है।भावात्मक पक्ष का विकास केवल शिक्षकों के माध्यम से ही संभव होता है।
2.शैक्षिक तकनीकी के प्रयोग के लिए प्रारंभ में बड़ी संख्या में धन राशि तथा साधनों की जरूरत होती है।इसमें अनेक प्रकार की सामग्री क्रय करना पड़ता है।
3.शैक्षिक तकनीकी के प्रयोग हेतु विशिष्ट प्रकार के प्रशिक्षण की व्यवस्था अति आवश्यक है।
4.शैक्षिक तकनीकी के माध्यम से सभी प्रकार की शैक्षिक समस्याओं का समाधान असंभव है।
5.शैक्षिक तकनीकी मनुष्य को मशीन की भांँति लगभग एक यंत्र के रूप में परिवर्तित करने का कार्य करती है।
While educational technology is becoming very popular in the field of education, it also has certain limitations which are as follows-
1.It has made an unprecedented contribution in the development of the cognitive side, but its important contribution in the emotional and emotional field is very limited.The development of the emotional side is possible only through teachers.
2.For the use of educational technology, a large amount of money and resources are needed in the beginning.In this, many types of materials have to be purchased.
3.Arrangement of special type of training is very necessary for the use of educational technology.
4.It is impossible to solve all kinds of educational problems through educational technology.
5.Educational technology works to convert human being like a machine almost into a machine.
I hope the above information will be useful and
important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण
होगी।)
Thank you.
R F Temre
edudurga.com
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