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बैंकिंग प्रणाली क्या है ? || What is Banking System?

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बैंक एक ऐसी संस्था होती है जिसमें वे लोग जो अपनी कमाई से कुछ पैसों की बचत कर लेते हैं अथवा अपने धन की सुरक्षा के लिए जमा कर देते हैं बैंक कहलाता है।अर्थात् ऐसी वित्तीय संस्था को बैंक कहा जाता है, जिसमें जमा कर्ताओं की जमा राशि स्वीकार करता है एवं ऋण की मांग करने वाले लोगों को उचित ऋण प्रदान भी करता है यही प्रक्रिया बैंक के अंतर्गत आती है।

Bank is an institution in which people who save some money from their earnings or deposit them for the safety of their money are called banks.That is, such Financial Institution is called a bank, in which the depositor accepts the deposit and also provides proper loan to the people seeking loan, this process comes under the bank.

विभिन्न प्रकार के खाते।

Different types of Accounts

बैंक में विभिन्न प्रकार के खाते खोले जा सकते हैं–
A.बचत बैंक खाता।
B.चालू खाता सावधि।
C.जमा खाता।
D.आवर्ती जमा खाता।
(A).बचत बैंक खाता– अपने आय से बचत कर जमा करने की सोच ने इस बचत बैंक खाते को सबसे लोकप्रिय खाते का दर्जा दिलाया है।यह खाता 200/500रू. की न्यूनतम राशि से वर्तमान समय में खोल सकते हैं।खाता खोलने के पश्चात से निरंतर इच्छा अनुसार पैसे जमा किए जा सकते हैं।जरूरत पड़ने पर पैसा निकाल भी सकते हैं।इस हेतु आहरण पर्ची भरकर या चेक द्वारा खाता धारी पैसे निकाल सकते हैं।परंतु चेक द्वारा निकासी के खातेदारी के खाते में कम से कम 1000रू. का होना अति आवश्यक होता है। इस प्रकार के खाते में सालाना 4% ब्याज प्राप्त होता है। ब्याज प्रत्येक महीने की 10 तारीख से 30/31 तारीख तक खाते में जमा धन पर ही प्राप्त होता है।इस तरह के खातों में पैसा निकासी पर कुछ शर्तें निहित होती हैं।आजकल निजी बैंक भी ओर अग्रसर होते हैं। उदाहरण–किसी व्यक्ति के खाते में 1800 हैं तथा वह 11 तारीख को 900 खाते में डालता है।तब उसे किस राशि पर ब्याज मिलेगा? उत्तर– अतः खाताधारी को ब्याज मिलेगा1800 रुपए पर।
(B).चालू खाता– ऐसा खाता जिसके अंतर्गत धन जमा करने या निकासी करने पर कोई बंधन नहीं पाया जाता है। ऐसा खाता प्रायः व्यापारियों एवं बड़ी-बड़ी संस्थाओं कंपनियों आदि द्वारा खोला जाता है।जिससे कि दैनिक लेन-देन में कोई परेशानी उत्पन्न न हो सके।परंतु इस खाते पर कोई ब्याज प्राप्त नहीं होता है।कभी-कभी किसी विशेष परिस्थिति में बैंक खाता धारियों से कुछ पैसा वसूल करता है।यह खाता ₹10,000 रू.की न्यूनतम राशि से खोला जा सकता है।इस क्षेत्र में निजी बैंक भी खातेधारियों को काफी सुविधा मुहैया कराकर सहायक सिद्ध हो रही हैं।
(C).सावधि जमा खाता– ऐसा खाता है जिसके अंतर्गत खाताधारी किसी निश्चित समय के लिए एकमुश्त रकम जमा कर देता है।यह समय अवधि न्यूनतम 15 दिन से अधिकतम वर्षों तक भी हो सकती है।ऐसे खाता का जमा धन का उपयोग बैंक खाता की तुलना में अधिक स्वतंत्रता पूर्वक करता है।इस खाते में ब्याज का परिकलन चक्रवृद्धि ब्याज परिकलन की तरह ही होता है।ब्याज की राशि पहले की अपेक्षा कम होने के चलते इस ओर लोगों का झुकाव कम ही देखने को मिल रहा है।
(D).आवर्ती जमा खाता– इस प्रकार के खाते में खाताधारी की इच्छा से निश्चित समय तक प्रत्येक समय अंतराल पर प्रारंभ में ही तय राशि को जमा करते रहना होगा।जिससे अंत में ब्याज के साथ वापस होता है।आवर्ती जमा खाते में ब्याज की दर सावधि जमा खाते के लगभग बराबर होता है।

Different types of accounts can be opened in the bank–
A.Savings Bank Account.
B.Current Account Term.
C.Deposit Account.
D.Recurring Deposit Account.
(A).Savings Bank Account– The thought of saving and depositing tax from your income has earned this savings bank account the status of the most popular account.This account is Rs.200/500.Can be opened at the present time with the minimum amount of Rs.Provided that for withdrawal by check, at least Rs.1000 in the account of the account holder.It is essential to have.This type of account earns 4% interest annually.Interest is accrued only on the money deposited in the account from the 10th to the 30th of every month.There are certain conditions implied on withdrawal of money in such accounts.Now-a-days private banks also lead the way. Example- A person has 1800 in his account and he puts 900 in the account on 11th. Then on what amount will he get interest? Answer- So the account holder will get interest on Rs.1800.
(B).Current Account– An account under which there is no binding on deposit or withdrawal of money.Such an account is often opened by traders and big institutions, companies etc.So that no problem can arise in daily transactions.But no interest is received on this account.Sometimes bank account in some special circumstances. Charges the holders some money. This account can be opened with a minimum amount of Rs.10,000.Private banks are also helping in this sector by providing a lot of convenience to the account holders.
(C).Fixed deposit account– is an account under which the account holder deposits a lump sum amount for a fixed period of time.This time period can be from minimum 15 days to maximum years. Uses the money deposited in the bank account more freely than in the bank account.The calculation of interest in this account is similar to the calculation of compound interest.Due to the lesser amount of interest than before, people are less inclined towards it. getting it.
(D).Recurring Deposit Account– In this type of account, the account holder has to keep depositing the amount fixed at the beginning at every time interval for a specified period of time.The rate of interest in a recurring deposit account is almost equal to that of a fixed deposit account.

I hope the above information will be useful and important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण होगी।)
Thank you.
R F Temre
edudurga.com

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