सभी प्रयोजना कार्यों का वर्णन केवल एक उदाहरण है विद्यार्थी इसी तरह की जानकारियों का वर्णन कर लिख सकते हैं।
जहाँ आप रहते हैं, उसके आस-पास प्रचलित किसी हस्तकला का इतिहास पता लगाएँ। इसके लिए आप दस्तकारों के समुदाय, उनकी तकनीक में आए बदलावों और उनके बाजारों के बारे में जानकारी एकत्रित करें तथा पिछले 20 वर्षों के दौरान इन चीजों में किस तरह बदलाव आए हैं, उनका विवरण लिखिए।
प्रायोजना विवरण– मैंने अपने क्षेत्र में कालीन के इतिहास के बारे में पता लगाया। हमारे क्षेत्र में कालीन की बुनाई की शुरुआत बहुत पहले ही हो गई थी। यह कार्य बौद्ध एवं मौर्य काल में भी प्रचलन में था।
हमारे क्षेत्र में यह कार्य मरूहर तथा गड़रिया समुदायों के लोगों द्वारा किया जाता है।
इनके डिजाइनों पर आमतौर पर तिब्बती और ईरानी कलाओं का पारंपरिक प्रभाव देखा जा सकता है। इन डिजाइनों में हिन्दू देवी-देवताओं के चित्र, प्राकृतिक पहाड़ी दृश्य तथा ज्यामितीय आकृतियों को शामिल किया जाता है।
बुनाई की तकनीक में बहुत अधिक अंतर देखा जा सकता है। आजकल इस कार्य में विद्युत उपकरण का इस्तेमाल किया जाने लगा है। समय के साथ-साथ इसके बाजार का भी विस्तार हुआ है।
शिक्षा के विस्तार के कारण कई लोगों ने इस पेशे को छोड़कर दूसरी नौकरियों की तरफ जाने लगे हैं, परन्तु वर्तमान में दूसरे समुदायों की कई महिलाओं ने कालीन की बुनाई का काम शुरू कर दिया है। अतः आज भी हमारे क्षेत्र में कालीन की बुनाई का विस्तार हो रहा है।
भारत के स्वतन्त्रता संग्राम में भाग लेने वाले कम से कम तीन स्थानीय स्वतन्त्रता सेनानियों के बारे में पता कीजिए। उनके चित्र व उनसे सम्बन्धित जानकारी संकलित कर (नाम, जन्म तिथि, जन्म स्थान, स्वतन्त्रता आन्दोलन में उनके द्वारा किए गए कार्य) एलबम तैयार कीजिए।
प्रायोजना विवरण– 1. लाल बहादुर शास्त्री– आजाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी थे, शास्त्री जी ने देश की आजादी के लिए भारत छोड़ो आन्दोलन, नमक सत्याग्रह आन्दोलन और असहयोग आन्दोलन में हिस्सा लिया था। ये देश के भारत के स्वतंत्रता सेनानी थे, आजादी के समय उन्होंने 9 साल जेल में भी बिताए। आजादी के बाद वे होम मिनिस्टर बन गए और फिर 1964 में दूसरे प्रधानमन्त्री। 1965 में हुई भारत-पाकिस्तान की लड़ाई में उन्होंने मोर्चा सम्भाला था। "जय जवान जय किसान" का नारा इन्होंने ही दिया था। 1966 में जब वे विदेश दौरे पर थे, तब अचानक दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई।
जन्म– 2 अक्टूबर 1904, जन्म स्थान– उत्तरप्रदेश, मृत्यु– 1966
2. जवाहरलाल नेहरू– पण्डित जवाहरलाल नेहरू को आज बच्चा-बच्चा जानता है। ये भारत के स्वतंत्रता सेनानी थे, इनके पिता मोतीलाल नेहरू एक बैरिस्टर और नेता थे। 1912 में नेहरू जी विदेश से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद भारत में बैरिस्टर की तरह काम करने लगे। महात्मा गाँधी के संपर्क में आने के बाद वे आजादी की लड़ाई में कूद पड़े, और भारतीय कांग्रेस के अध्यक्ष बन गए। आजादी के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री बने। आजादी की लड़ाई में वे महात्मा गांधी के साथ मिल कर अंग्रेजों के खिलाफ खड़े रहे। बच्चों से उन्हें विशेष प्रेम था इसलिए आज भी हम उनके जन्म दिन को बाल दिवस के रूप में मनाते हैं। दिल्ली में उनका निधन हो गया।
जन्म– 14 नवम्बर 1889, जन्म स्थान– इलाहाबाद, मृत्यु– 27 मई 1964
3. बाल गंगाधर तिलक– "स्वराज हमारा जन्म सिद्ध अधिकार है और हम इसे लेकर ही रहेंगे।" पहली बार यह नारा बाल गंगाधर तिलक जी ने ही बोला था। बाल गंगाधर तिलक को "भारतीय अशांति के पिता" कहा जाता था। डेकन एजुकेशन सोसाइटी की इन्होंने स्थापना की थी, जहाँ भारतीय संस्कृति के बारे में पढ़ाया जाता था, साथ ही ये स्वदेशी काम से जुड़े रहे। बाल गंगाधर तिलक पूरे भारत में घूम-घूम कर लोगों को आजादी की लड़ाई में साथ देने के लिए प्रेरित करते थे। इनकी अंतिम यात्रा में महात्मा गाँधी के साथ लगभग 20 हजार लोग शामिल हुए थे।
जन्म– 23 जुलाई 1856, जन्म स्थान– महाराष्ट्र के रत्नागिरी, मृत्यु– 1 अगस्त 1920
किसी स्थानीय ऐतिहासिक भवन/इमारत का परिवेशीय उपलब्ध सामग्री से मॉडल बनाइए।
प्रायोजना विवरण–1. राजबाड़ा पैलेस, इन्दौर
2. लालबाग पैलेस, इन्दौर
3. गाँधी हॉल, इन्दौर
4. केन्द्रीय संग्रहालय, इन्दौर।
आपके क्षेत्र में पाई जाने वाली किन्हीं 2 जनजातीय समुदाय से संबंधित जानकारी व चित्र संकलित कर दिए गए बिन्दु के आधार पर विवरण लिखिए– (1) भोजन, (2) वेशभूषा/पहनावा, (3) गहने, (4) उगाई जाने वाली फसलें, (5) प्रमुख उद्यम, (6) मनाए जाने वाले त्यौहार, (7) खेती के तरीके, (8) उपयोग में लाए जाने वाले औजार, (9) सामाजिक रीति-रिवाज।
प्रायोजना विवरण–(I) मुण्डा जनजाति
1. भोजन– धान, मड़आ, मक्का, जंगल के फल, फूल व कन्दमूल।
2. वेशभूषा/पहनावा– सूती वस्त्र तथा महिलाओं के लिए विशेष साड़ी जिसे बारह हाथिया कहते हैं। पुरुष धोती पहनते हैं।
3. गहनें– इस जाति के लोग पीतल, तांबा तथा लोहे से बने आभूषण पहनते हैं।
4. उगाई जाने वाली फसलें– मुण्डा जनजाती के लोग तीन स्तरों की खेती करते हैं, जिसमें बाडी, गोधा, बिघा है। इनमें उगाई जाने वाली फसलें, चावल, बाजरा, दालें, सब्जियाँ आदि प्रमुख हैं।
5. प्रमुख उद्यम– मुण्डा जाति के लोग प्रमुख रूप से उद्यम खेती, शिकार करते थे तथा जानवरों को पालते थे।
6. मनाए जाने वाले त्यौहार– सरहुल, करम, सोहराई, मांगे, फागू आदि त्यौहार मनाए जाते हैं।
7. खेती के तरीके– मुण्डा जाति के लोग जमीन पर धूप लाने के लिए पेड़ों के ऊपरी हिस्से काट देते थे तथा खेट, खुटंकटही गाँव डाली कटारी भूमि, भूत खेता आदि तरीकों से खेती करते थे।
8. उपयोग में लाए जाने वाले औजार– मुण्डा समाज के लोग पूर्व हजारों वर्षों से कांसे (ब्रांज) की बनी वस्तुओं जैसे- बर्तन, मूर्तियों आदि का प्रयोग करते रहे हैं।
9. सामाजिक रीति रिवाज– मुण्डा जाति के लोग पुराने समय से अभी तक वह एक ही गोत्र या उपनाम में शादी नहीं कर सकते हैं, यदि कोई करता है तो उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दी जाती है और उस सजा को जात निकाला या देशाभार कहते हैं।
(II) भील
1. भोजन– भीलों का भोजन मुख्य रूप से खाद्य पदार्थ मक्का, प्याज, लहसून, जौ, गेहूँ, माल्ट और चावल आदि है।
2. वेशभूषा/पहनावा– पुरुषों के वस्त्र- पोत्पा, फेंटा, फालू, ढेपाडा, खोयतू आदि। स्त्री के वस्त्र- सिंदूरी, पिरिया, कछाबू।
3. गहनें– महिलाएँ चांदी, पीतल के बने मालाओं के साथ-साथ मालाओं और चाँदी के सिक्कों और कानों के भारी आभूषण धारण करती हैं।
4. उगाई जाने वाली फसलें– भील जनजाति निम्न प्रकार की फसलें उगाती हैं- चावल, गेहूँ, ज्वार, बाजरा, चना, मक्का, अनाज, दालें, सब्जियाँ आदि।
5. प्रमुख उद्यम– भील जनजाति का प्रमुख व्यवसाय कृषि है।
6. मनाए जाने वाले त्यौहार– भील जनजाति में होली का त्यौहार मनाया जाता है। गोल गड्ढा होली के त्यौहार के दौरान मनाया जाता है। यह युवा महिलाओं द्वारा मनाया जाता है।
7. खेती के तरीके– भील जनजाति के लोग दो तरीकों से खेती करते हैं- दजिया व चिमाता।
8. उपयोग में लाए जाने वाले औजार– भील जाति के लोग लोहे से बने औजारों का प्रयोग करते हैं, जैसे हथोड़ा, कर्नी, मैती, फावड़ा आदि।
9. सामाजिक रीति-रिवाज– भील जनजाति को भारत का बहादुर धनुष पुरुष कहा जाता है। ये लोग भगोरिया हाट उत्सव मनाते हैं, जिसमें विवाह योग्य जोड़े को मिलाने के लिए आयोजित किया जाता है। इस समाज में सामाजिक रीति-रिवाज के रूप में डूंगरपुर मेला तथा बांसवाड़ा मेला भी आयोजित किया जाता है, जहाँ लोकगीत व नृत्य व लोकनाटक किए जाते हैं।
अपने परिवार के सदस्यों अथवा आस-पास पड़ोस के 4-5 वरिष्ठ नागरिकों से चर्चा कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर पता कीजिए तथा उनसे प्राप्त उत्तरों के आधार पर प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखिए–
(1) आपके वार्ड के पंच/पार्षद का क्या नाम है, वे क्या कार्य करते हैं?
(2) आपके ग्राम/नगर के सरपंच/महापौर/अध्यक्ष कौन हैं? उनके द्वारा क्या कार्य किए जाते हैं?
(3) पंच/पार्षद का चुनाव किस प्रकार होता है?
(4) सरपंच/महापौर/अध्यक्ष अपने ग्राम/नगर में कार्य हेतु राशि कहाँ से प्राप्त होती है?
(5) अपने ग्राम/नगर में सरपंच/महापौर/अध्यक्ष द्वारा किए जाने वाले कार्यों का निर्धारण किसके द्वारा किया जाता है?
प्रायोजना विवरण–
1. आपके वार्ड के पंच/पार्षद का क्या नाम है, वे क्या कार्य करते हैं?
उत्तर– पार्षद का नाम- सोनाली मुकेश घरकर
(1) एक पार्षद की प्राथमिक भूमिका है अपने वार्ड में रहने वालों का प्रतिनिधित्व करना।
(2) अपने वार्ड के कल्याण और हितों को सुनिश्चित करे।
(3) अपने वार्ड की विशेष जरूरतों को पूरी परिषद के सामने पेश करें।
(4) निर्णय तब प्रशासनिक कर्मचारियों द्वारा लागू किये जाते हैं। सेवाओं का सुचारू संचालन सुनिश्चित करना है।
(5) वार्ड में सभी जरूरत की आवश्यकता जैसे गार्डन की सफाई, कचरागाड़ी का आना एवं अन्य सभी कार्य जो कि उनके वार्ड में आते हैं जो कि जनता उन्हें बताएँ। उनको पूर्ण हल करें।
2. आपके ग्राम/नगर के सरपंच/महापौर/अध्यक्ष कौन हैं? उनके द्वारा क्या कार्य किए जाते हैं?
उत्तर– (1) पार्षद नाम- सोनाली मुकेश घरकर (2) महापौर- पुष्यमित्र भार्गव तथा इन जन प्रतिनिधियों द्वारा सभी कार्य किये जाते हैं, जो कि उनके कार्य भार के अंतर्गत आते हैं।
3. पार्षद चुनाव किस प्रकार होता है?
उत्तर– पार्षद का चुनाव प्रत्येक 5 वर्ष के अंतराल में कराया जाता है। प्रत्येक पांच वर्षों के अंतराल में निर्वाचन आयोग राज्य- सरकार की सहायता से नगरीय निकाय चुनाव का आयोजन करता है। इन चुनाव में शामिल होने वाले व्यक्ति को जनता द्वारा चुना जाता है। उस नगर की सारी जनता एकजुट होकर अपने इलाके के लिए सही व्यक्ति का चुनाव करती है।
4. सरपंच/महापौर/अध्यक्ष अपने ग्राम/नगर में कार्य हेतु राशि कहाँ से प्राप्त होती है?
उत्तर– महापौर को नगर के कार्य हेतु राशि राज्य सरकार द्वारा प्राप्त की जाती है।
5. अपने ग्राम/नगर में सरपंच/महापौर/अध्यक्ष द्वारा किए जाने वाले कार्यों का निर्धारण किसके द्वारा किया जाता है?
उत्तर– महापौर के कार्यों का निर्धारण राज्य सरकार द्वारा किया जाता है।
कक्षा 8 प्रायोजना कार्य
1. 8th प्रोजेक्ट कार्य हिन्दी विशिष्ट
2. 8th प्रोजेक्ट कार्य संस्कृत
3. 8th प्रोजेक्ट कार्य सामाजिक विज्ञान
4. 8th प्रोजेक्ट कार्य गणित
5. 8th प्रोजेक्ट कार्य अंग्रेजी
प्रायोजना कार्य कक्षा पांचवी वार्षिक परीक्षा सत्र 2022-23
1. वार्षिक परीक्षा हिन्दी विशिष्ट कक्षा 5वीं प्रोजेक्ट कार्य
2. वार्षिक परीक्षा गणित कक्षा 5 वीं प्रोजेक्ट कार्य
3. वार्षिक परीक्षा English General कक्षा 5 वीं प्रोजेक्ट कार्य
4. वार्षिक परीक्षा पर्यावरण अध्ययन कक्षा 5 वीं प्रोजेक्ट कार्य
कक्षा 8 वार्षिक परीक्षा सत्र 2022-23 प्रश्न पत्र (हल सहित)
1. [1] मॉडल प्रश्नपत्र विषय हिन्दी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
2. [2] मॉडल प्रश्नपत्र विषय हिन्दी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
3. [3] मॉडल प्रश्नपत्र विषय हिन्दी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
4. [4] मॉडल प्रश्नपत्र विषय हिन्दी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
5. [5] मॉडल प्रश्नपत्र विषय हिन्दी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
6. [6] मॉडल प्रश्नपत्र विषय हिन्दी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
7. [1] मॉडल प्रश्नपत्र विषय अंग्रेजी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
8. [2] मॉडल प्रश्नपत्र विषय अंग्रेजी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
9. [3] मॉडल प्रश्नपत्र विषय अंग्रेजी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
10. [4] मॉडल प्रश्नपत्र विषय अंग्रेजी (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
वार्षिक परीक्षा कक्षा 8 सत्र 2022-23 प्रश्न पत्र (हल सहित)
1. 6. [1] मॉडल प्रश्न पत्र विषय विज्ञान कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
2. [2] मॉडल प्रश्नपत्र विषय विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
3. [3] मॉडल प्रश्नपत्र विषय विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
4. [4] मॉडल प्रश्नपत्र विषय विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
5. [5] मॉडल प्रश्नपत्र विषय विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
6. [6] मॉडल प्रश्नपत्र विषय विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
7. [1] मॉडल प्रश्नपत्र विषय सामाजिक विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
8. [2] मॉडल प्रश्नपत्र विषय सामाजिक विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
9. [3] मॉडल प्रश्नपत्र विषय सामाजिक विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
10. [4] मॉडल प्रश्नपत्र विषय सामाजिक विज्ञान (हल सहित) कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
11. [1] मॉडल प्रश्न पत्र विषय गणित कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
12. [2] मॉडल प्रश्न पत्र विषय गणित कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
13. [3] मॉडल प्रश्न पत्र विषय गणित कक्षा आठवीं वार्षिक परीक्षा 2023
वैकल्पिक प्रश्न कक्षा 8 वार्षिक परीक्षा सत्र 2022-23
1. 40 वैकल्पिक प्रश्न विषय विज्ञान कक्षा 8 वीं वार्षिक परीक्षा
2. 50 वैकल्पिक प्रश्न विषय विज्ञान कक्षा 8 वीं वार्षिक परीक्षा
3. 50 वैकल्पिक प्रश्न विषय गणित कक्षा 8 वीं वार्षिक परीक्षा
I hope the above information will be useful and
important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण
होगी।)
Thank you.
R F Temre
edudurga.com
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